Girlfriend part-1





 ©® आर्यन

मुझे नहीं पता कि मैं कहा से शुरू करूं। लेकिन मुझे लगता है मुझे वहां से शुरू करना चाहिए जब मै राहुल से पहली बार मिला।

राहुल के पास सबकुछ था जो एक जवान लड़के को चाहिए होता है। वह एक अच्छे घर से था और में नहीं।और वो हमारे पड़ोस में ही रहता था। राहुल के माता पिता राहुल और उसकी बहन सोनम की भोट ही ज्यादा केयर करते थे और झा तक मेरे बिलकुल नहीं क्योंकि इसका कभी मैंने कोई प्रूफ नहीं देखा ठा।

राहुल स्कूल मै भी अच्छा थे सब उसे पसंद करते थे वो एक स्पोर्ट्सपर्सन कि तरह था।और मैं बिल्कुल भी पॉपुलर भी था स्कूल मै और ना ही किसी भी स्पोर्ट्स मै।

राहुल के भोट ही काले बाल थे चोड़ी छाती कमर मजबूत पैर वह भोट ही लंबा लगभग 5.11" का होगा। उसका चेहरा पर बाल थे और उसकी आंखो मै हमेशा एक चमक सी रहती थी।पर मै बिलकुल भी राहुल किंतरह नहीं था मेरे लंबे कंधे तक बाल थे नीली आखें थी। इन फैक्ट 17 साल की उम्र में मेरे चहरे पर एक भी बाल नहीं था और मेरे साथ के लड़के दिन मै दो बार शेव किया करते थे। मैं जिस चीज में माहिर था वो था पूल गेम उस गेम मै राहुल मुझे कभी नहीं हरा सकता था या शायद यू कहूं एक पूल ही ऐसा गेम था जिसमें राहुल मुझसे हार जाता था।

मै राहुल से पहले बार तब मिला जब हम दोनों एक ही होम रूम(वर्क) में नियुक्त किया गया और हम दोनों जल्द ही घुल मिल गए और एक अच्छे दोस्त की तरह रहने लगे साथ। राहुल मै मैन्ही प्रोजेक्ट की वजह से राहुल अपने दोस्तो से नहीं मिल पाता था जिनके साथ वो खेला खूदा था।

जब में 12th म था राहुल और मेरी दोस्ती भोट पक्की हो गई थी हम बहुत ही अच्छे मित्र बन गए थे। हम दोनों को रिस्क लेना अच्छा लगता था और अपने स्कूल कभी कभी मिस कर देते थे। राहुल और मुझे हर रंग हर साइज हर तरह की लड़कियां पसंद थौकसर हम दोनों बस लड़कियों की ही बातें किया करते थे।

राहुल की एक गर्लफ्रेंड थी जिसका नाम सुनैना था। सुनैना भोट थी खूबसूरत (blond) लड़की थी जो भी उसको देखे उसके प्यार में दीवाना हो जाए। हम (राहुल और मै) दोनों अक्सर दोपहर का समय  राहुल के घर ही बिताया करते थे। मै अक्सर उसके छोटे भाई की देखभाल किया था जब सुनैना और राहुल आपस मै टाइम(afternoon) स्पेंड किया करते थे। में अक्सर देखता था कि सुनैना को राहुल से नहीं उसके पैसे से प्यार था क्योंकि राहुल जैसा लड़का हो तो उसे कभी पैसे की परेशानी नहीं हो सकती इसलिए मुझे लगते है। है कि वो बस राहुल को इसी वजह से नहीं छोड़ रही थी।

हमारी दोस्ती ने एक दिन bhot इंट्रेस्टिंग मोड़ लिया हमारे हाई स्कूल के आखिरी दिन चल रहे थे।

उस दिन राहुल और मैंने स्कूल बंक किया और हम दोनों सुबह सुबह राहुल के घर पहुंचे हमने देखा वीडियो गेम खेले बीबी गुण रीफल गेम खेले। उस दिन राहुल के माता पिता और उसकी बहन चार दिन के लिए कही गए हुए थे मुझे नहीं पता कहा क्योंकि राहुल ने मुझे बताया नहीं था कि उसके मम्मी पापा बहन कहा गए है।

राहुल हमेशा की तरह जैसा वो आमतौर पर किया करता था उस दिन उसमें मेरे लिए कुछ सोच रखा था राहुल ने अपने स्कूल बग में से एक बीयर कि बोतल निकली और हम दोनों राहुल के कमरे मै पहुंचे। हम दोनों टीवी देख ही रहे थे कि राहुल ने मुझसे पूछा क्या तुम hypnotism मै विश्वास रखते हो। मेने कहा
उसे मुझे ज्यादा नहीं पता  लेकिन मैं वास्तव में विश्वास नहीं करता था कि एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को
सम्मोहित कर सकता है।

राहुल ने मुझसे पूछा क्या तुम कोशिश करना चाहोगे की सम्मोहन वाकई मै काम करता है या नहीं।

मेरे मुकाबले कोई समझदार नहीं था, और यह जानकर कि मुझे उस पर भरोसा नहीं करना चाहिए, मैं
माना। हमने टॉस करके यह डिसाइड किया कि कोन किसको सम्मोहित करेगा और मै हार गया। राहुल मुझे सम्मोहित करने वाला था और मुझे डर भी लग रहा था राहुल ने मुझे अपने कमरे मै एक कुर्सी पर बिठाया और राहुल मेरी आखों के सामने एक चैन जिसमें coin बंधा हुआ था मेरी आखों के सामने घुमाने लगा मुझे पता था कि सम्मोहन कभी काम नहीं करेगा और मै कोशिश भी कर रहा था।

Continue.......

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